इटली में तेज़ी से फैलते कोरोनावायरस को रोकने की कोशिश में पूरी इटली को लॉकडाउन में रखा गया है. इसकी घोषणा इटली के प्रधानमंत्री ने की. इसके साथ ही लोगों के एक जगह जमा होने पर भी रोक लगा दी गई है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सरकारों और सुमदायों से कोरोनावायरस को महामारी बनने से रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने की अपील की है.
इटली में लोगों से घरों में रहने को कहा गया है
इटली के प्रधानमंत्री जुसेपे कोन्ते ने देश में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपायों की घोषणा की है. उन्होंने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है. लोगों से कहा गया है कि घरों से बाहर तभी निकलें जबकि आपको काम पर जाना हो या फिर कोई स्वास्थ्य संबंधी कारण हो. प्रधानमंत्री कोंते ने पब, कैफे, और रेस्टोरेंट्स को शाम से पहले ही बंद करने के आदेश दिए हैं.
सिडनी से अंग्रेज़ी की अध्यापक मेलिस अक्तास मिलान शहर से 50 किलोमीटर दूर लोम्बार्डी में रहती हैं जो कि कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है. 27 साल की मेलिस कहती हैं कि जब उन्होंने पहली बार कोरोनावायरस के ख़तरे के बारे में सुना तो उन्होंने इसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया था. उन्होंने एसबीएस को बताया कि वह अब थोड़ी चिंतित हैं क्योंकि यात्रा पर प्रतिबंध लग गया है और वह इटली नहीं छोड़ सकतीं.
इटली में स्कूल-कॉलेज भी बंद, जेलों में दंगे
इटली में कोरोनावायरस से बचने कि लिए किए गए उपाय पब और होटलों तक ही सीमित नहीं हैं, 3 अप्रैल तक स्कूलों और विश्वविद्यालयों को भी बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. कोरोनावायरस मामले पर इटली के विशेष आयुक्त एंगेलो बोरेली ने बताया है कि देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 9 हज़ार पहुंच गई है.
कोविड–19 के डर से इटली के जेलों में भी अफरातफरी का माहौल है. मिलान में जेल में दंगे की वजह से 6 लोगों की जीन चली गई है. दक्षिण क्षेत्र से कई कैदियों के भागने की भी ख़बर है. वहीं रोम में कैदियों के रिश्तेदारों ने कैदियों से मिलने पर लगी पाबंदी के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया है.
पहली महामारी जिसे रोका जा सकता है- WHO
दूसरी और विश्व स्वास्थ्य संगठन अभी भी इस बीमारी को फैलने से रोकने प्रति दुनिया को आश्वस्त कर रहा है. कहा जा रहा है कि ये इतिहास की पहली महामारी है जिसे नियंत्रित किया जा सकता है. विश्व स्वाथ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेडरॉस गेब्रिएसॉस ने चीन और कोरिया की उनके देश में कम होते मामलों पर सराहना की है.
इस्राएल ने भी विदेशों से आ रहे नागरिकों को एहतियात के तौर पर 14 दिन के एकांतवास की पाबंदी लगाई है. अमेरिका के ओकलैंड पोर्ट में सोमवार को ग्रैंड प्रिंसेस क्रूज़ पहुंच गया है. अब तक इस क्रूज़ शिप में कोविड-19 के 21 मामले सामने आए हैं. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इस जहाज़ से कितने लोग उतारे जाएंगे.
आइरिश सरकार ने स्वास्थ्य संबंधी सलाह को मानते हुए देश भर में भी सालाना सेंट पैट्रिक्स डे परेड को रद्द कर दिया है.
हालांकि आंकड़े दिखा रहे हैं कि अभी तक पूरे विश्व में कोविड-19 के संक्रमण के करीब 93 फीसदी मामले केवल 4 देशों में ही हैं. इटली की बात करें तो यहां नए प्रतिबंध 10 मार्च से लागू हो गए हैं.