कोविड वैक्सीन के लिए ऑस्ट्रेलिया को करना पड़ सकता है इंतज़ार

Prime Minister Scott Morrison speaks with an analytical chemist during a visit to AstraZeneca in Sydney,

Prime Minister Scott Morrison speaks with an analytical chemist during a visit to AstraZeneca in Sydney, Wednesday, August 19, 2020. Source: AAP Image/Dan Himbrechts

केंद्रीय कैबिनेट मंत्री कैरन ऐंड्रूज़ ने संदेह जताया है कि अगर दो प्रमुख वैक्सीन निर्माता कंपनियां कामयाबी हासिल करती भी हैं तो ये नहीं कहा जा सकता है कि कितनी जल्दी इस वैक्सीन को मंज़ूरी मिल सकेगी, कब तक वैक्सीन का निर्माण शुरू हो पाएगा और कब इसे आम ऑस्ट्रेलियाई लोगों तक पहुंचाया जाएगा।


अक्टूबर महीने में जारी हुए केंद्रीय बजट में भी ये अनुमान लगाया गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन का व्यापक उपयोग अगले साल के अंत तक ही संभव हो पाएगा और तब तक शारीरिक दूरी और कोविड प्रतिबंधों का पालन करना ज़रूरी होगा।


मुख्य बातें:

  • केंद्रीय मंत्री कैरन ऐंड्रूज़ ने संदेह जताया है कि कोविड के टीके को लेकर ऑस्ट्रेलिया के लोगों को अभी एक साल का इंतज़ार करना पड़ सकता है।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि अभी ये नहीं कहा जा सकता है कि कौन सी वैक्सीन कब सफल होगी।
  • मैसेंजर आर-एन-ए नाम के एक टीके ने भी कुछ उम्मीदें जगाई हैं।
पिछले सप्ताह अमेरिका में ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के परीक्षण को 6 हफ्तों की रोक के बाद दोबारा शुरू किया गया है।

सुनिए, यह रिपोर्ट पॉडकास्ट मेंः

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Australians may have to wait an extra year for COVID-19 vaccine  image

कोविड वैक्सीन के लिए ऑस्ट्रेलिया को करना पड़ सकता है इंतज़ार

SBS Hindi

04:26
अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो ऑस्ट्रेलिया को अगले साल के शुरुआत में 3.8 मिलियन खुराक उपलब्ध हो सकती हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट इस परीक्षण की प्रगति के बारे में आश्वस्त दिखते हैं लेकिन अभी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ये वैक्सीन सफल हो ही जाएंगी।

हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने सी-एस-एल और यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड की संभावित वैक्सीन को सुरक्षित करने और उसके उत्पादन के लिए भी एक सौदा किया है।

इस वक्त विश्व भर में 165 अन्य परीक्षण भी चल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलियन नैशनल यूनिवर्सिटी में संक्रामक रोग विशेषज्ञ संजय सेनानायके कहते हैं कि इस संबंध में बहुत अनिश्चितता है।

वह कहते हैं, "हम ये नहीं जानते कि कौन सी वैक्सीन काम करेगी, यहां तक कि एस्ट्राजेनेका के बारे में भी अभी कुछ सुनिश्चित नहीं है। ये तीसरे चरण के परीक्षण में है। लेकिन हम नहीं जानते कि तीसरे चरण के परीक्षण के अंत में हमें ये पता चलेगा कि ये वैक्सीन प्रभावी है ही।"
Samples from coronavirus vaccine trials are handled inside the Oxford Vaccine Group laboratory in Oxford, England.
Samples from coronavirus vaccine trials are handled inside the Oxford Vaccine Group laboratory in Oxford, England. Source: AAP
एक अन्य प्रकार का टीका जो आशाजनक संकेत दिखा रहा है, उसे मैसेंजर आर-एन-ए कहा जा रहा है। संजय सेनानायके कहते हैं कि इसमें वायरस या प्रोटीन शामिल नहीं होता है।

केंद्र सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर इस तरह का टीका सफल होता है तो इसे लोगों तक पहुंचाने में ज्यादा समय लग सकता है।

ऑस्ट्रेलिया के उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री कैरन ऐंड्रूज़ ने एबीसी से कहा कि लोगों तक वैक्सीन पहुंचने उम्मीद से ज्यादा समय ज़रूर लग सकता है लेकिन ये काम जितना संभव हो उतनी जल्दी किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया में लोगों को एक-दूसरे से कम से कम 1.5 मीटर की दूरी बनाए रखनी चाहिए. लोगों के जमा होने की संख्या की सीमा जानने के लिए अपने क्षेत्र में लागू प्रतिबंधों को देखें.

यदि आप सर्दी या बुखार के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें और अपने डॉक्टर को कॉल करके जांच कराने की व्यवस्था करें. या 1800 020 080 पर कोरोनावायरस हेल्थ इंफॉर्मेशन हॉटलाइन से संपर्क करें.

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