कुशल कामगारों के लिए रीजनल माइग्रेशन

वाइनरीज से भरपूर हरे-भरे छोटे शहरों से लेकर खनन के लिए मशहूर कस्बों तक, ऑस्ट्रेलिया के रीजनल इलाकों में जिंदगी एक अलग रंग में चलती है. यहां दुनिया की सबसे अधिक न्यूनतम आय भी है और स्वागत को तैयार समुदाय भी.

Skilled migrant worker australia

Source: Getty Images

मुख्य बातें:

  • अंतरराष्ट्रीय कुशल कामगार 491 और 494 के जरिए ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्रीय इलाकों में रहने के लिए जा सकते हैं.
  • आवेदकों को अपने परिवार साथ लाने की इजाजत है.
  • योग्य कामगार ऑस्ट्रेलिया के स्थायी निवास के लिए आवेदन कर सकते हैं.

स्किल्ड वर्क रीजनल (प्रोवीजनल) वीसा सबक्लास ४९१ और इंपलॉयर स्पॉन्सर्ड रीजनल (प्रोवीजनल) वीसा सबक्लास ४९४ कुशल कामगारों को ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्रीय इलाकों में रहने की सुविधा देता है.

ये अस्थायी वीसा हैं जो 45 वर्ष तक के सफल आवेदकों को ऑस्ट्रेलिया में पांच साल तक रहने की अनुमति देता है. और उसके बाद योग्यता के आधार पर स्थायी वीसा के लिए भी आवेदन किया जा सकता है.

इस वीसा की फीस 4045 डॉलर है. कुछ अतिरिक्त शुल्क हैं जो परिवार के हर सदस्य को देने होते हैं.
Worker in uniform beside a coal conveyer belt
Source: Getty Images/Pamspix

स्किल्ड वर्क रीजनल (प्रोवीजनल) वीसा सबक्लास 491

इस वीसा के लिए अप्लाई करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के किसी राज्य या क्षेत्र से निमंत्रण होना चाहिए.

उसके लिए, सबसे पहले तो आवेदक का पेशा ऑक्युपेशन लिस्ट में होना चाहिए. यह सूची हर राज्य के हिसाब से अलग हो सकती है और वहां के बाजार की जरूरतों के मुताबिक बनाई जाती है.

  ऑस्ट्रेलिया में कामगारों की जरूरत के मुताबिक नियमित तौर पर इस सूची में बदलाव करता है.

दूसरे, स्किलसिलेक्ट के जरिए आवेदक को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दाखिल करना होता है. स्किलसिलेक्ट ऑस्ट्रेलिया आने की इच्छा रखने वाले लोगों या उद्योगों के लिए एक मुफ्त ऑनलाइन सुविधा है.

 से आवेदक को एक पॉइंट स्कोर मिलता है. यह स्कोर आवेदक की शिक्षा, अंग्रेजी ज्ञान और अनुभव आदि पर आधारित होता है. आवेदन के लिए कम से कम 65 पॉइंट्स जरूरी होते हैं लेकिन हर राज्य के अपने मानदंड हैं इसलिए स्कोर की जरूरत बदल सकती है.

साथ ही, आपको अपने स्किल्स की असेसमेंट करानी होती है जो हर पेशे के मुताबिक एक आधिकारिक एजंसी करती है.
Warehouse workers
Warehouse workers Source: Getty images/Tempura

इंपलॉयर स्पॉन्सर्ड रीजनल (प्रोवीजनल) वीसा सबक्लास 494

यह वीसा क्षेत्रीय इलाकों के उन उद्योगपतियों के लिए है जिन्हें अपने यहां कुशल कामगार नहीं मिल रहे हैं. ऐसी स्थिति में वे विदेशों से कुशल कामगारों को स्पॉन्सर कर सकते हैं.

इस वीसा की दो श्रेणियां हैं. इंपलॉयर स्पॉन्सर्ड स्ट्रीम और लेबर अग्रीमेंट स्ट्रीम.

इंपलॉयर स्पॉन्सर्ड स्ट्रीम में इंपलॉयर पहले अपने व्यापार को स्पॉन्सरशिप के लिए अप्रूव कराते हैं और उसके बाद योग्य आवेदक के लिए वीसा अर्जी दाखिल करते हैं.

लेबर अग्रीमेंट स्ट्रीम में कुछ विशेष पेशे हैं जिनके लिए उद्योग और सरकार के बीच समझौता है. ये ऐसे औद्योगिक क्षेत्र हैं जिनके लिए ऑस्ट्रेलिया में कुशल कामगारों की कमी है.

ऑस्ट्रेलिया में वर्तमान में नौ ऐसे क्षेत्र हैं- डेयरी, फिशिंग, मिनिस्टर ऑफ रिलीजन, ऑन-हायर, पोर्क, रेस्तरां (फाइन डाइनिंग), अडवर्टाइजिंग और हॉर्टिकल्चर.

दोनों ही श्रेणियों में अंग्रेजी का निश्चित स्तर तक का ज्ञान और पेशे के मुताबिक स्किल्स का असेसमेंट जरूरी होता है.
woman on a swing in Albury NSW
Source: Getty Images/Cavan Images
अपने घर से दूर एक अनजान क्षेत्र में काम की तलाश मुश्किल हो सकती है.

इसके लिए बहुत सी बातें ध्यान में रखनी पड़ती हैं क्योंकि बात सिर्फ नौकरी की नहीं बल्कि पूरे पारिवारिक जीवन की होती है.

रीजनल ऑस्ट्रेलिया इंस्टिट्यूट के सीईओ जैक आर्चर कहते हैं कि रीजनल इलाकों में बसने का अनुभव उस जगह और नए आप्रवासियों की पसंद-नापसंद दोनों पर निर्भर करता है.

वह इस बात पर जोर देते हैं कि अक्सर नए आप्रवासियों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा स्थानीय समाज का हिस्सा बन पाना होता है.

घर, नौकरी और सामाजिक जीवन सब चीजों की अहमियत है.

भारती आप्रवासी अखिलेश मूर्ति न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया की सीमा पर स्थित क्षेत्रीय कस्बे अल्बरी-वोडोंगा में रहते हैं.

वह कहते हैं कि उनका कस्बा और समाज दोनों ही उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा अच्छे निकले. उन्हें लगता है कि वहां के पारिवारिक मूल्य भारत जैसे ही हैं.
मैंने जल्द से जल्द ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति को अपनाने की कोशिश की.
स्थानीय लाइब्रेरी में मूर्ति को अपने समुदाय के बारे में भरपूर जानकारी मिली और एक साझा रुचि ने उन्हें समुदाय के करीब ला दिया. उन्होंने नॉर्थ अलबरी क्रिकेट क्लब की सदस्यता ली.

वह कहते हैं, “क्रिकेट क्लब में मैंने बहुत से दोस्त बनाए. उन्होंने हमारी काफी मदद की और बाकी तो इतिहास है.”

क्षेत्रीय इलाकों में सरकार के कदमों की जानकारी के लिए जाएं और विभिन्न राज्यों और क्षेत्रीय इलाकों के तहत सर्च करें.


Share
Published 18 June 2020 11:50am
By Josipa Kosanovic


Share this with family and friends