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जानिए ,भारत में COVID-19 आपदा से प्रभावित लोगों की मदद आप कैसे कर सकते हैं

कोविड की ज़बरदस्त दूसरी लहर से जूझते भारत की मदद आप कई तरह से कर सकते हैं। आप सभी तरह की जानकारी यहाँ उपलब्ध कर सकते हैं।

In this April 24, 2021 file photo, a COVID-19 patient receives oxygen provided by a Gurdwara, a Sikh house of worship, in New Delhi, India.

In this April 24, 2021 file photo, a COVID-19 patient receives oxygen provided by a Gurdwara, a Sikh house of worship, in New Delhi, India. Source: AP via AAP

भारत को COVID-19 की दूसरी लहर ने कई तरह से झकझोर कर रख दिया है, कहीं ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो गई है तो कहीं अस्पताल, बेड की कमी का सामना कर रहे हैं। इस वक़्त भारत में सक्रीय COVID-19 मामलों की सांख्या 20 मिलियन से ऊपर हैं।

पिछले हफ्ते 4 लाख से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मामलों के आने के बाद इस हफ्ते नए मामलों की संख्या में थोड़ी कमी ज़रूर है लेकिन अभी भी प्रतिदिन आने वाले मरीज़ों की गिनती 350,000 से ज्यादा हो रही है। इसी के साथ मौतों का प्रतिदिन का आंकड़ा तीन हज़ार के पार बना हुआ है।

इस बीच कई विशेषज्ञों का मानना है की सही संख्या बहुत अधिक हो सकती है।

भारत का स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढाँचा पूरी तरह से चरमरा गया है और लगभग 120 मिलियन निवासियों वाले राज्य बिहार में तालाबंदी कर दी गई है।

अगर आप स्थिति के बारे में चिंतित हैं तो ऐसे कई तरीके हैं जो भारत में रह रहे लोगों को आपातकालीन राहत देने में मदद कर सकते हैं।
Multiple funeral pyres of COVID-19 victims burn at a ground that has been converted into a crematorium for mass cremation in New Delhi, on 24 April.
Multiple funeral pyres of COVID-19 victims burn at a ground that has been converted into a crematorium for mass cremation in New Delhi, on 24 April. Source: AP via AAP

यूनिसेफ ऑस्ट्रेलिया

इस मानवीय एजेंसी ने घातक प्रकोप से प्रभावित लोगों को आजीवन सहायता प्रदान करने के लिए एक अपील शुरू की है। यूनिसेफ ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि
आपके द्वारा दी गई वित्तीय सहायता अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के प्रावधान के माध्यम से ऑक्सीजन तक पहुंच बढ़ाने में मदद करेगी , तेज़ी से COVID-19 परीक्षण मशीन प्रदान करेगी और टीकों के वितरण में भी मदद करेगी।
दुनिया भर में, बच्चे महामारी के छिपे हुए शिकार बन गए हैं। इस महामारी के बाद भारत में सौ मिलियन से अधिक लोग पहले से ज्यादा गरीबी में चले गए हैं, वह शिक्षा से दूर हो रहे हैं, दुर्व्यवहार या शोषण का खतरा बढ़ गया है ", यूनिसेफ के अंतर्राष्ट्रीय निदेशक फेलिसिटी बटलर वीवर ने कहा
"UNICEF is on the ground, working with partners to deliver urgently needed medical equipment including oxygen, PPE, hygiene supplies and critical care. But we urgently need help to do more."


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केयर ऑस्ट्रेलिया

यह सहायता संगठन मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन, दवा और पीपीई किट के साथ अस्थायी अस्पताल स्थापित करने का काम करता, इसलिए इस सहायता संगठन ने अपनी भारतीय टीम की मदद करने के लिए एक अपील शुरू की है

केयर ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि पूर्वी भारत के बिहार में 100-बेड की COVID सुविधा में मरीज़ों को देखा जा रहा है, लेकिन अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, ऑक्सीजन समर्थन, चिकित्सा, टीकाकरण सहायता, स्वास्थ शिक्षा और पीपीई किट की अभी भी जरूरत है।
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ऑक्सफैम


ऑक्सफैम जोखिम में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए स्वच्छता किटों और सुरक्षा उपकरणों का इंतज़ाम कर रहा है क्योंकि भारत में कई लोग, साझा शौचालयों और पानी का उपयोग कर रहे हैं, जहाँ संसाधनों की कमी के चलते कोविड दिशानिर्देशों का पालन नहीं हो सकता।

संगठन का कहना है कि वह गरीब परिवारों को आर्थिक मदद भी पहुंचा रहा है, साथ ही साथ फंसे श्रमिकों को भोजन प्रदान करने का भी इरादा रखता है।

भारत में ऑक्सफैम ने एक बयान में कहा, "लॉकडाउन और कर्फ्यू ने प्रवासी श्रमिकों को पलायन के लिए मजबूर कर दिया है, जिसके बाद न सिर्फ उन पर COVID-19 का खतरा बढ़ गया है बल्कि आने वाले समय में उन्हें नौकरी और पैसे की कमी से भी जूझना होगा"

यह संगठन न केवल भारत की मदद कर रहा है, बल्कि दुनिया के कुछ सबसे गरीब देशों की भी सहायता कर रहा है।

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ऑस्ट्रेलिया रेड क्रॉस

रेड क्रॉस ने एक वैश्विक अपील शुरू की है, जिसमें एशिया पैसिफिक जैसे अपने साथियों को कोविड से लड़ने के लिए सहायता प्रदान की जा रही है। यह संस्था ऑस्ट्रेलिया में उच्च जोखिम वाले समूहों की भी मदद कर रही है।

ऑस्ट्रेलियाई रेड क्रॉस के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों के निदेशक, माइकल एनीयर ने कहा है कि वह सबसे पहले अधिक जोखिम समूहों को प्राथमिकता पर रख रहे हैं।

“हम भारत और पापुआ न्यू गिनी से जो तस्वीरें और समाचार देख रहे हैं, वह भयानक हैं। हम पाकिस्तान, नेपाल, फिलीपींस में बढ़ते मामलों और फिजी में नए मामलों से भी चिंतित हैं, ”श्री एनीयर ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा।
"हमारे दिल प्रभावित लाखों लोगों के लिए रो रहे हैं और हम इस मुश्किल वक़्त में सब के साथ हैं,ऑस्ट्रेलिया सहायता के लिए हाथ बढ़ा रहा है"
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ह्यूमन अपील ऑस्ट्रेलिया

अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन ह्यूमन अपील ऑस्ट्रेलिया गरीबी और सामाजिक अन्याय से निपटने के लिए काम करता है।

ह्यूमन अपील ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में राहत देने के लिए काम करती है, संगठन स्वच्छता किट, खाद्य पार्सल और ऑक्सीजन टैंक के लिए दान ले रहा है। ह्यूमन अपील ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि दानकर्ता दो ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेशन प्लांट स्थापित करने में भी योगदान दे सकते हैं। जो अस्पतालों को रोगियों तक ऑक्सीजन पहुँचाने में मदद कर सकते हैं।

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वर्ल्ड विज़न

वर्ल्ड विज़न सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में अधिक अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन मशीनों और चिकित्सा आपूर्ति के लिए धन जोड़ रहा है।

इस मानवीय सहायता संगठन का कहना है कि इसने देश की तत्काल जरूरतों के लिए सहायता देने का फैसला लिया है, और वह 93 अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स के लिए लगभग 2.5 मिलियन डॉलर आवंटित करने के लिए तैयार है।

वर्ल्ड विजन ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी डैनियल वर्ड्सवर्थ ने कहा कि संगठन आने वाले लंबे समय तक मदद करेगा।
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क्राउड फंडिंग

लोगों और समुदायों की सहायता के लिए कई लोगों ने क्राउडफंडिंग की ओर रुख किया है, GoFundMe में सत्यापित धनराशि की एक सूची प्रदान की गई है।

इनमें भारत में COVID-19 से प्रभावित कपड़ा श्रमिकों, लोगों और परिवारों की सहायता करने के लिए चिकित्सा सेवाएं और आपूर्ति प्रदान करने के लिए कई प्रयास शामिल हैं।

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With reporting by AFP.


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Published 5 May 2021 4:31pm
Updated 12 August 2022 3:04pm
By Jodie Stephens, Mikele Syron


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