ब्रिसबेन के एयरपोर्ट पर 9 भारतीय नागरिकों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों ने दावा किया था कि वे कॉमनवेल्थ खेलों के लिए ऑस्ट्रेलिया आए हैं. ऑस्ट्रेलियन बॉर्डर फोर्स की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक इन लोगों ने पत्रकार होने का दावा किया था लेकिन ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों की जांच में इनके दावे सही नहीं पाए गए.
46 वर्षीय राकेश कुमार शर्मा को ब्रिसबेन की अदालत में पेश किया गया है. उन पर मानव तस्करी और फर्जी दस्तावेजों के आरोप लगाए गए हैं. द कूरियर मेल के क्राइम रिपोर्टर क्रिस क्लार्क ने ट्वीट किया है कि राकेश शर्मा पर आठ लोगों की तस्करी करने के आरोप लगाए गए हैं.

Source: ABF Media
ऑस्ट्रेलियन बॉर्डर फोर्स के बैंकॉक स्थित अधिकारी ने इन लोगों के संदिग्ध होने की जानकारी दी थी. बुधवार रात ब्रिसबेन पहुंचने पर इन लोगों से अधिकारियों ने पूछताछ की. एबीएफ के मुताबिक इन लोगों के पास जो मीडिया पहचान पत्र थे वे फर्जी पाए गए.
राकेश शर्मा को गुरुवार सुबह ब्रिसबेन की अदालत में पेश किया गया. आरोप साबित होने पर उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है.
एबीएफ की क्षेत्री कमांडर टेरी प्राइस ने कहा कि कॉमन वेल्थ खेलों के लिए आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
राकेश शर्मा के साथ आए आठ अन्य लोगों को इमिग्रेशन अधिकारियों की हिरासत में रखा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. राकेश शर्मा को अब 6 अप्रैल को अदालत में पेश किया जाएगा.